सालों बाद छलका मिथुन चक्रवर्ती का दर्द, बोले- 4 बच्चे होने के बाद भी कोई नहीं कहता पिता

बॉलीवुड डेस्क। बॉलीवुड अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के आज देश और दुनिया में फैंस की कमी नहीं हैं। उन्होंने अपने अभिनय से फैंस को दीवाना बनाया हैं। फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर कलाकारों में मिथुन चक्रवती का नाम शूमार हैं। आज वे किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाले मिथुन चक्रवती ने बॉलीवुड में नाम कमाया हैं।
या कहे की उन्होंने अपनी मेहनत और अभिनय के दम पर ये नाम हासिल किया हैं। इसलिए तो आज भी उनकी मूवी देखकर फैंस दीवाने हो जाते हैं। मिथुन चक्रवती ने कई सारी हिट मूवीज बॉलीवुड को दी। इन मूवीज ने लोगों के दिलों पर राज किया और फैंस के दिलों पर एक अमिट छाप छोड़ी। आज भी फैंस उनके काफी दीवाने है। मिथुन चक्रवती बॉलीवुड में डिस्को डांसर के नाम से फेमस हैं। वे अपनी एक्टिंग के दम पर लाखों दिलों पर राज करते हैं।
मिथुन चक्रवर्ती को बी-टाउन में लोग प्यार से मिथुन दा भी कहते हैं। वहीं, शायद ये बात कम ही लोग जानते है कि उनके चारों बच्चे उन्हें पापा नहीं कहते बल्कि कुछ और नाम से पुकारते है। इस बात का खुलासा खुद अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने रियलिटी शो के दौरान किया था। साल 2019 में जब मिथुन चक्रवर्ती डांस रियलिटी शो सुपरडांसर चैप्टर 3 में गेस्ट बनकर पहुंचे थे तो उन्होंने बताया कि उनके बच्चे उन्हें पापा कहकर नहीं बुलाते।
आपको बता दें कि शो में एक कंटेस्टेंट ने बताया था कि वो अपने पापा को बेहद प्यार करते हैं और यही कारण है कि वह अपने पापा को ब्रो कहकर बुलाता है। कंटेस्टेंट की यह बात सुनकर मिथुन चक्रवती ने खुलासा किया था- मैं 3 बेटों और 1 बेटी का पिता हूं, लेकिन मेरा कोई भी बच्चा मुझे पापा कहकर नहीं बुलाता है बल्कि चारों मिथुन कहते हैं। अभिनेता मिथुन चक्रवती ने इसके पीछे का एक दिल छू लेने वाला किस्सा भी सुनाया था। मिथुन चक्रवती ने बताया था कि उनका बड़ा बेटा मिमोह 4 वर्ष तक बोल नहीं पाता था।
लेकिन अचानक से एक दिन उसने मिथुन कहना शुरू किया। यह बात जब मिमोह के डॉक्टर को पता चली तो उन्होंने कहा कि यह बहुत अच्छा है और मिमोह को मिथुन बोलने पर बढ़ावा दीजिए। चिकित्सक की बात को मानते मिथुन चक्रवती ने उसे मिथुन ही बोलने दिया, लेकिन बाद में उसके भाई-बहनों ने भी यही बोलना शुरू कर दिया। हालांकि मिथुन चक्रवती ने बताया कि इससे एक फायदा हुआ कि बच्चों और उनके बीच दोस्ती जैसा रिश्ता कायम हो गया।